Exploring Rishikesh, ऋषिकेश जोकि तप, योग और अध्यात्म के लिए जाना जाता है, यहाँ के नजारे दिल को मोह लेते है। ऋषिकेश में आध्यात्मिक स्थानों के साथ-साथ कैम्पिंग और एडवेंचर स्पोर्ट्स का लुफ़्त भी उठा सकते है। ऋषिकेश में घूमने की कौन-कौन सी जगह है, ऋषिकेश में कहाँ पर जाएँ, ऋषिकेश कैसे जाएँ,ऋषिकेश कब जाएँ, ऋषिकेश की सम्पूर्ण जानकारी हम आपको देँगे।
Jump To :
ऋषिकेश के बारे में Rishikesh famous for which God ?
ऋषिकेश को ऋषियों का स्थान कहा जाता है, यह भारत के उत्तराखंड प्रदेश में पड़ता है। इसे गढ़वाल क्षेत्र का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है। गंगाजी के किनारे पर बसा ऋषिकेश (Exploring Rishikesh in Summer) गर्मियों में एक अच्छा टूरिस्ट प्लेस है। ऋषिकेश को विश्व में योग की राजधानी भी कहा जाता है। यह हिंदू धर्म का एक पवित्र स्थल है जोकि भारतीय व विदेशों पर्यटकों के बीच बहुत प्रसिद्ध है।
कहा जाता है कि श्रीराम ने रावण का वध करने के बाद ऋषिकेश में ही आ कर तपस्या की थी, इसी से जुड़ा यहाँ प्राचीन रधुनाथ मंदिर (Raghunath Temple Rishikesh) है। ऋषिकेश में ही भगवान शिव ने विषपान किया था।
ऋषिकेश कैसे पहुँचें ?
ऋषिकेश रेलगाड़ी, बस, कार या हवाईजहाज़ से पहुँचा जा सकता है। ऋषिकेश और दिल्ली (Rishikesh to Delhi Distance) के बीच की दूरी लगभग 240 किलोमीटर है, जिसमें कार से लगभग 05 घंटे का समय लगता है। दिल्ली से ऋषिकेश (Rishikesh to Delhi Train) ट्रेन और हवाई जहाज़ से भी जा सकते है।
हरिद्वार और ऋषिकेश (Haridwar to Rishikesh) के बीच की दूरी 30 किलोमीटर की है, जिसमें 30 मिनट का समय लगता है। हरिद्वार से ऋषिकेश (Haridwar To Rishikesh Bus) बस और रेलगाड़ी से भी जा सकते है।
ऋषिकेश हवाई जहाज़ से जाने के लिए इसके पास का एयरपोर्ट देहरादून (Dehradun Airport) है। देहरादून और ऋषिकेश (Rishikesh to Dehradun Distance) के बीच की दूरी लगभग 45 किलोमीटर है, जिसमें कार से लगभग 01 घंटे का समय लगता है।
Exploring Rishikesh : ऋषिकेश में घूमने की जगह
ऋषिकेश भारत के उन 10 शहरों में से एक है, जहाँ सर्वाधिक टूरिस्ट (Tourist Exploring Rishikesh) जाते है। ऋषिकेश (Rishikesh Tourist Places) में बहुत सारे मंदिर , घाट व घूमने के स्थान है। हम आपको ऋषिकेश में कहाँ जायें, किस समय जाएँ और टिकट आदि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देंगे।
त्रिवेणी घाट (Triveni Ghat Rishikesh)
त्रिवेणी घाट (Triveni Ghat Rishikesh) ऋषिकेश में गंगा का एक बहुत सुंदर घाट है, जहाँ पर स्वच्छ गंगा का पानी और वहाँ की सुंदरता मन को मोह लेती है। यहाँ पर गंगा, यमुना और सरस्वती का मिलन होता है इसीलिए इसे त्रिवेणी कहा जाता है।
इस घाट का निर्माण पेशवा बाजीराव ने 1748 में कराया था। यही पर ऋषिकेश की प्रसिद्ध गंगा आरती होती है, गंगा आरती (Rishikesh Tourist Places) का समय शाम 06:00 से 07:00 बजे तक है, यहाँ (Exploring Rishikesh) पर एंट्री फ्री है।
हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा (Hemkund Sahib Gurudwara Rishikesh)
हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा (Hemkund Sahib Gurudwara Rishikesh) से ही हेमकुंड साहिब (Rishikesh Tourist Places) की यात्रा शुरू होती है। यहाँ (Exploring Rishikesh) पर रुकने व सुबह-शाम लंगर की व्यवस्था भी रहती है।
मधुवन आश्रम (Madhuvan Aashram Rishikesh)
मधुवन आश्रम (Madhuban Ashram Rishikesh) हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा से कुछ ही दूरी पर है। यहाँ (Exploring Rishikesh) पर बहुत शान्ति की अनुभूति होती है, यहाँ पर आवश्य जाना चाहिए।
जानकी सेतु (Janaki Bridge Rishikesh)
मधुवन आश्रम से निकल कर कुछ ही दूरी पर जानकी सेतु (Janaki Bridge Rishikesh) है, जोकि ऋषिकेश (Rishikesh Tourist Places) की सुंदरता में चार चाँद लगाता है। इस ब्रिज से ऋषिकेश के मनमोहक दर्शय दिखाई देते है। जानकी ब्रिज पर खड़े होकर गंगा से आती ठंडी-ठंडी हवाओं का लुप्त उठा सकते है।
स्वर्ग आश्रम (Swarg Ashram Rishikesh)
जानकी ब्रिज को पार कर स्वर्ग आश्रम (Swarg Ashram Rishikesh) में पहुँच जाते है, यहाँ पर बड़ी संख्या में साधु-संत और बहुत से आश्रम देखने को मिलते है। स्वर्ग आश्रम (Rishikesh Tourist Places) पूरी तरह से धार्मिकता में डूबी जगह है, जहाँ पर बड़ी संख्या में धार्मिक स्थान बने हुए है।
परमार्थ निकेतन (Paramarth Niketan Rishikesh)
परमार्थ निकेतन (Paramarth Niketan Rishikesh) में गंगा के बीच भगवान शिव की बहुत सुंदर मूर्ति बनी हुई है, जिसकी ऊंचाई 14 फ़ीट है। इस मूर्ति के सामने एक विशाल हवनकुंड भी बना हुआ है।यहाँ के घाट की सुंदरता देखते ही बनती है, परमार्थ निकेतन आश्रम के अंदर का नज़ारा भी बहुत ही भव्य और आकर्षक है, जहाँ (Exploring Rishikesh) पर बहुत सकुन व शांति है।
गीता भवन (Geeta Bhawan Rishikesh)
गीता भवन (Geeta Bhawan Rishikesh) परमार्थ निकेतन के पास में स्थित है, जहाँ पर बड़ी संख्या में पर्यटक जाते है।गीता भवन (Exploring Rishikesh) में पुस्तकालय और खाने-पीने की व्यवस्था भी है, यहाँ का खाना बहुत टेस्टी है।
राम झूला (Ram Jhula Rishikesh)
राम झूला (Ram Jhula Rishikesh) ऋषिकेश की एक बहुत प्रसिद्ध जगह है जोकि स्वर्ग आश्रम के पास में स्थित है।राम झूला (Ram Jhula) की लंबाई 750 फ़ीट है, इसका निर्माण 1993 में कराया गया था ।
राम झूला और लक्ष्मण झूला 24 घण्टे खुले रहते है और यहाँ (Exploring Rishikesh) पर कोई प्रवेश शुल्क नही है।
लक्ष्मण झूला (Lakshman Jhula Rishikesh)
लक्ष्मण झूला (Lakshman Jhula Rishikesh) राम झूला से कुछ ही दूरी पर स्थित है, यह ऋषिकेश की सबसे प्रसिद्ध जगह है। यहाँ पर बड़ी संख्या में पर्यटक लक्ष्मण झूला (Lakshman Jhula Rishikesh) की भव्यता को देखने आते है।
लक्ष्मण झूला का निर्माण अंग्रेजों ने कराया था, इसे बने लगभग 90 वर्ष हो चुके है। यह 450 फ़ीट लम्बा झुलता हुआ पुल है। लक्ष्मण झूला अब बंद हो चुका है, लेकिन इसे दूर से देखा जा सकता है। लक्ष्मण झूला से पास में ही पवन सेतु (Pawan Setu Rishikesh) का निर्माण हो रहा है।
बीटल आश्रम (Beetles Ashram Rishikesh)
बीटल आश्रम (Beetles Ashram Rishikesh) को 84 कुटिया भी कहा जाता है क्योंकि यहाँ पर छोटी-छोटी 84 कुटिया है, इसकी स्थापना महाऋषि महेश योगी ने की थी। यह आश्रम गंगा के किनारे मुनि की रेती के सामने स्थित है ।
विश्वप्रसिद्ध सिंगर बॉब मार्ले और उनका रॉक बैंड बीटल लम्बे अरसे तक 1968 में इस (Exploring Rishikesh) आश्रम में रहा था जिससे इसे बीटल आश्रम (Beetles Ashram Rishikesh) कहा जाने लगा।
बीटल आश्रम को 1990 में फॉरेस्ट विभाग को दे दिया गया था। 2015 में इसे पर्यटकों के लिए खोला गया , तब से यह एक बड़ा पर्यटन स्थल बन चुका है। बीटल आश्रम जाने के लिए कोई शुल्क नही है। यह आश्रम सुबह 10:00 से शाम 04:00 बजे तक खुला रहता है। यहाँ पर 150 रुपए की एंट्री फ़ीस लगती है।
नीलकण्ठ महादेव (Neelkanth Mahadev Temple Rishikesh)
नीलकण्ठ महादेव मंदिर (Neelkanth Mahadev Temple Rishikesh) बहुत ही प्राचीन मंदिर है जोकि ऋषिकेश के मणिकूट पर्वत पर स्थित है। पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान शिव ने यही पर विष पिया था और उनका कंठ नीला हो गया था, इसीलिए इस जगह को नीलकंठ महादेव कहते है।
नीलकण्ठ महादेव मंदिर की 2 विशेषता है, एक यह मंदिर तीन पर्वतों मणिकूट, ब्रह्मकूट और विष्णुकूट से घिरा है। दूसरा यह मंदिर बहुत सारे रंगों से सजाया गया है। नीलकण्ठ महादेव मंदिर की दूरी ऋषिकेश (Rishikesh To Neelkanth Distance) से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर है,जहाँ पहुँचने में लगभग 01 घंटा लगता है।
नीलगढ़ वॉटरफॉल (Neelgarh Waterfall Rishikesh)
नीलगढ़ वॉटरफॉल (Neelgarh Waterfall Rishikesh) एक 25 फ़ीट ऊँचा वॉटरफॉल है जोकि 3 वॉटरफॉल से मिलकर बनता है। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता देखते ही मन मोह लेती है। नीलगढ़ वॉटरफॉल पहुँचने के लिए 15 मिनट की ट्रेकिंग करनी पड़ती है , रास्ते मे 2 सुंदर ब्रिज पड़ते है जिनके नीचे से पानी बहता रहता है।
नीलगढ़ वॉटरफॉल की ऋषिकेश (Rishikesh to Neelgarh Waterfall Distance) से दूरी लगभग 08 किलोमीटर है, यहाँ पहुँचने के लिए टैक्सी की सुविधा उपलब्ध है। यहाँ जाने का सबसे उपयुक्त समय मानसून के बाद सितंबर व अक्टूबर का है, इस समय यहाँ की सुंदरता अपने चर्म पर होती है। नीलगढ़ वॉटरफॉल पर एंट्री फ्री है।
त्रयम्बकेश्वर मंदिर (Trimbakeshwar Temple Rishikesh)
त्रयम्बकेश्वर मंदिर (Trimbakeshwar Temple Rishikesh) जिसे 13 मंजिला मंदिर (Rishikesh Temple) भी कहते है।त्रयम्बकेश्वर मंदिर तीन आँखो वाले अर्थात भगवान शिव का मंदिर है। त्रयम्बकेश्वर मंदिर से गंगा के बहुत ही भव्य दर्शन होते है तथा यहाँ से लक्ष्मण झूला को भी देख सकते है ।
इस मंदिर की सीढ़ियाँ 13 मंजिल तक जाती है,यहाँ कोई लिफ्ट नही है। इस मंदिर की स्थापना आदिशंकराचार्य ने 8वीं या 9वीं सदीं में की थी। त्रयम्बकेश्वर मंदिर (Trimbakeshwar Temple Rishikesh) सुबह से लेकर शाम तक खुला रहता है और यहाँ पर कोई एंट्री फीस नही है।
श्री भरत मंदिर (Shri Bharat Temple Rishikesh)
श्री भरत मंदिर (Shri Bharat Temple Rishikesh) ऋषिकेश के बीचो बीच बस स्टैंड (Exploring Rishikesh) के पास में स्थित है। मान्यताओं के अनुसार राभ्यरिषी और सोमऋषि की कठोर तपस्या के बाद भगवान विष्णु ने उनको यहाँ पर दर्शन दिए थे।
इस मंदिर में 250 साल पुराना वट वृक्ष, पीपल और बेलपत्रों का पेड़ है, जोकि ब्रह्मा,विष्णु और महेश के प्रतीक है। इस मंदिर को घूमने में लगभग 1 घण्टे का समय लग जाता है, यहां पर एक संग्रहालय भी है जिसे आवश्य देखें।
श्री भरत मंदिर (Shri Bharat Temple Rishikesh) सुबह 05:00 से दोपहर 12:00 बजे और शाम 04:00 बजे से रात 09:00 बजे तक खुला रहता है, यहाँ (Exploring Rishikesh) पर कोई प्रवेश शुल्क नही है।
ऋषि कुण्ड (Rishi Kund Rishikesh)
ऋषि कुण्ड (Rishi Kund Rishikesh) त्रिवेदी घाट के निकट रघुनाथ मंदिर में स्थित है। ऐसा कहा जाता है इस कुण्ड का निर्माण ऋषि कुब्ज ने किया था। जिन्होंने यहाँ पर हवन किया था जिससे प्रसन्न होकर यमुना जी इस कुंड में आई थी।
ऋषि कुंड 400-500 साल पुराना है। यह स्थान 24 घण्टे खुला रहता है लेकिन सुबह का समय जाने के लिए उपयुक्त है,यहाँ (Exploring Rishikesh) पर कोई प्रवेश शुल्क नही है।
यह भी देखें : Best 15 Haridwar Tourist Places : हरिद्वार में इन जगहों पर जरूर जाएँ
राफ्टिंग (Rafting in Rishikesh)
राफ्टिंग (Rafting in Rishikesh) ऋषिकेश में बहुत प्रसिद्ध है, गंगा में यहाँ पर बड़ी सांख्य में राफ्टिंग कराई जाती है। ऋषिकेश में जगह-जगह राफ्टिंग (Rishikesh Rafting) करने वाले मिल जाएंगे।
राफ्टिंग (Rafting Fee in Rishikesh) के लिए (Exploring Rishikesh) ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से बुकिंग कराई जा सकती है। राफ्टिंग (Rishikesh Rafting) के 600 रुपये से लेकर 2500 रुपये तक के चार्ज है, यह चार्ज समय और दूरी के अनुसार होता है।
कैम्पिंग (Camping in Rishikesh)
ऋषिकेश में गंगा किनारे कैम्पिंग (Rishikesh Camping) का लुप्त उठा सकते है, जहाँ (Exploring Rishikesh) पर ओर भी बहुत सी एक्टिविटी भी कराई जाती है।
ऋषिकेश में कैम्पिंग (Rishikesh Camping) का किराया 1000 से 2000 रुपये है ,जिसमे ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर भी शामिल रहता है। ऋषिकेश में बहुत से होटल (Rishikesh Hotels) जोकि कैम्पिंग भी कराते है।
सम्पूर्ण जानकारी के लिए यहाँ Click कर Youtube विडीयो देखें।
ऋषिकेश की इन जगहों पर आप 2 से 3 दिन में घूम सकते है, इसके बाद आप यहाँ से आगे चारधाम की तरफ़ भी जा सकते है। ऋषिकेश (Rishikesh Weather) पूरे साल कभी भी आया जा सकता है लेकिन फरवरी से अक्टूबर में यहाँ का मौसम (Rishikesh Weather) सबसे अच्छा रहता है।
फरवरी से अक्टूबर तक ऋषिकेश का तापमान (Rishikesh Temperature) 19 डिग्री से 27 डिग्री के बीच रहता है, इसीलिए यह ऋषिकेश घूमने का सबसे उपयुक्त समय (Rishikesh Temperature) है।
ऋषिकेश से बद्रीनाथ (Rishikesh to Badrinath Distance) और केदारनाथ (Rishikesh to Kedarnath Distance) भी ज़ाया जाता है। ऋषिकेश से बद्रीनाथ (Rishikesh to Badrinath Distance) की दूरी लगभग 300 किलोमीटर है, जिसमें लगभग 9 घंटे का समय लगता है। ऋषिकेश से केदारनाथ (Rishikesh to Kedarnath Distance) की दूरी 220 किलोमीटर है, जिसमें लगभग 6 घंटे का समय लगता है।
यह जानकारी ऋषिकेश (Exploring Rishikesh) के महत्त्वपूर्ण स्थानो के बारे में है, जिससे आप वहाँ जाकर आसानी से घूम सके। ऋषिकेश प्राकृतिक रूप से एक बहुत सुंदर स्थान है जहाँ पर मन और आत्मा को बहुत शांति मिलती है।